सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
बृहस्पतिदेव की कथा
अर्थ: हे प्रभु वैसे तो जगत के नातों में माता-पिता, भाई-बंधु, नाते-रिश्तेदार सब होते हैं, लेकिन विपदा पड़ने पर कोई भी साथ नहीं देता। हे स्वामी, बस आपकी ही आस है, आकर मेरे संकटों को हर लो। आपने सदा निर्धन को धन दिया है, जिसने जैसा फल चाहा, आपकी भक्ति से वैसा फल प्राप्त किया है। हम आपकी स्तुति, आपकी प्रार्थना किस विधि से करें अर्थात हम अज्ञानी है प्रभु, अगर आपकी पूजा करने में कोई चूक हुई हो तो हे स्वामी, shiv chalisa in hindi हमें क्षमा कर देना।
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
हनुमान चालीसा लिरिक्स
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
ब्रह्म – कुल – वल्लभं, सुलभ मति दुर्लभं, विकट – वेषं, विभुं, वेदपारं ।
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे shiv chalisa in hindi कलेशा॥
In moments such as these the place lifetime is now so speedy that we hardly come across time to pray, Shiva Chalisa comes being a blessing for all of us.